आज के टाइम में हम सभी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है देखा जाये तो आज के सारे महत्वपूर्ण काम कंप्यूटर द्वारा किये जाते है.
अगर आप ऑनलाइन पढाई कर रहे है उसके लिए कंप्यूटर की जरूरत पड़ती है, अगर आप किसी कॉर्पोरेट कंपनी में काम कर रहे है, कम्प्यूटर ट्रेनिंग क्लास, ऑनलाइन कोचिंग क्लास हर जगह पर कंप्यूटर का उपयोग होता है।
हम सभी को एक सवाल मन में जरुरत आता होगा की अगर कंप्यूटर का इस दुनिया में अस्तित्व ही नहीं होता तो इंसानी दुनिया आज कौनसे स्थान पर होती.
आज इंसान इतनी तरक्की कर पाया है तो उसका पिछेका मुख्य कारन कंप्यूटर ही है। कंप्यूटर ऐसा तो क्या है जिसका लोग इतना ज्यादा इस्तेमाल करते है।
इसी आर्टिकल में हम जानेंगे कि कंप्यूटर क्या है, इसके उपयोग क्या है, यह कैसे काम करता है इन सभी के बारे मे हम विस्तार से बात करेंगे कंप्यूटर के बारे मे पूरी जानकारी के लिए इस पोस्ट पर बने रहिएगा।
कंप्यूटर क्या है?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो यूजर द्वारा किये गए इनपुट को प्रोसेसिंग करके उससे आने वाले आउटपुट को रिजल्ट के रूप में प्रदर्शित करता है.
अगर इसे कम से कम शब्दों में कहा जाये तो कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो यूजर के आदेशों का पालन करती है और उसे यूजर के सामने प्रस्तुत करती है।
कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस के बिना ना तो कुछ इनपुट दे सकते हैं और ना ही कुछ फिर आउटपुट प्राप्त कर सकते हैं
किसी नेटवर्क या इंटरनेट की मदद से हम किन्हीं दो या दो से अधिक devices जैसे कंप्यूटर के बीच डाटा को भी ट्रान्सफर कर सकते हैं
अभी आप यह सोचेंगे की यह काम तो मोबाइल भी कर सकता है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है मोबाइल का कंप्यूटर के साथ हम तुलना कर ही नहीं सकते। कंप्यूटर जो काम कर सकता है वह सभी काम एक मोबाइल नहीं कर सकता।
कंप्यूटर में आप अपना हजारो GB तक का डाटा स्टोर कर सकते है, अगर वो डाटा डिलीट होजाये तो आप उसे फिरसे रिस्टोर भी कर सकते है।
साथ ही में कंप्यूटर में आप ईमेल कर सकते है, मूवी देख सकते है, गेम खेल सकते है, फोटो, वीडियो देख सकते है। इंटरनेट ब्राउज़िंग कर सकते है कंप्यूटर में आप हर प्रकार का काम कर सकते है।
कम्यूटर को शुद्ध हिंदी में संगणक यंत्र कहा जाता है, जिसका मतलब होता है की इनफार्मेशन की गणना करना, कंप्यूटर एक लैटिन वर्ड है जिसका मतलब है कॅल्क्युलेशन करना।
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बनाया जाता है, जैसे की मॉनिटर, माउस, कीबोर्ड, Mic, Webcam, CPU यह सब पार्ट कंप्यूटर के Hardware पार्ट है
सॉफ्टवेयर में ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे की Win 11, Win 10, Win 8 इन सबको सॉफ्टवेयर कहा जाता है इन सॉफ्टवेयर की मदद से कंप्यूटर को चलाया जाता है।
कंप्यूटर की ज़रूरत क्यों पड़ी?
आज का युग कंप्यूटर युग है कंप्यूटर के बिना आपका कोई भी काम नामुमकिन है, कंप्यूटर विद्न्यान की ओर से मिली हुई एक अमूल्य देन है,
आप कोई भी क्षेत्र में चले जाईये आपको कंप्यूटर की जरुरत पड़ेगी ही बिना कंप्यूटर के आप कोई भी काम नहीं कर सकते। आज से 20 साल पहले की अगर हम बात करे तो लोगो को कंप्यूटर के बारेमे इतनी जानकारी नहीं रहती थी
देखा जाए तो लोग सभी काम पेन और पेपर से करते थे, नए युग के भविष्य के निर्माण के लिए कम्प्यूटर की जरुरत पड़ी। जिसकी वजवहसे आज हम सभी काम आसानीसे कर पा रहे है।
कंप्यूटर का उपयोग
आज के तारीख में हर किसीको कंप्यूटर का नॉलेज होना बहुत ही जरुरी है उसके बिना आप कोई भी क्षेत्र में काम नहीं कर सकते भले ही आप कितने भी ज्यादा पढ़े लिखे क्यों न हो। कंप्यूटर के जरिये आज इंसान विकास की नयी नयी सीढिया चढ़ रहा है।
कम्प्यूटर की जरूरत की बात करे तो अगर आप किसी ग्रोसरी स्टोर में काम कर रहे है वहा पर आपको सभी सामान का हिसाब किताब रखने के लिए कंप्यूटर की जरुरत होती है
पहले वही काम करने के लिए आपको अलग से इंसान को बिठाना पड़ता था जिसके लिए आपको अलग से उसका वेतन देना पड़ता था लेकिन अभी आपका वही काम कंप्यूटर चुटकियो में कर देता है।
जब से इंटरनेट का इन्वेंशन हुआ है यह टेक्नोलॉजी के दुनिया में सोने पे सुहागा होगया है, इंटरनेट के जरिये एक कम्प्यूटर को दूसारे कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है
ऐसे हजारो कंप्यूटर का डाटा हम अन्य कम्यूटर से सर्वर की मदद से एक्सेस कर सकते है।
मनोरजन की क्षेत्र में
मनोरंजन की क्षेत्र में देखा जाये तो कंप्यूटर का बड़ा योगदान रहा है जैसे की लोग पहले मूवीज वगेरे देखने के लिए थिएटर में जाते थे
लेकिन आज के टाइम में आप कंप्यूटर में कोई भी प्रकार के मूवीज, वीडियोस, songs डाउनलोड करके देख सकते है।
साथ ही अगर आपको वीडियो गेम खेलनी हो तो आपको पहले यह ऑप्शन सिर्फ प्लेस्टेशन में ही मिलता था लेकिन अभी आप गेमिंग कंप्यूटर और लैपटॉप में भी हाई ग्राफ़िक्स वाली गेम खेल सकते है।
इकॉनमी क्षेत्र में
इकॉनमी क्षेत्र की अगर बात करे तो पहले जभी बैंक में पैसे जमा करने जाना हो या निकालने जान हो तो हमें बैंको में लम्बी लाइन में खड़ा होना पड़ता था
लेकिन जबसे इंटरनेट और कंप्यूटर का उपयोग बढ़ रहा है उसकी मदद से हम आसानीसे घर पर बैठके पैसे डिपोसिट और विथड्रॉल कर सकते है,
वैसे ही बिजली का बिल भरना हो, पानी का बिल भरना हो, ग्रोसरी का सामान मंगवाना हो यह सभी काम अभी कंप्यूटर से मुमकिन हो पाया है।
एजुकेशन क्षेत्र में
एजुकेशन फील्ड में कंप्यूटर बेहत इम्पोर्टेन्ट भूमिका निभाता है कंप्यूटर की पढाई करके कोई भी स्टूडेंट आसानीसे रोजगार प्राप्त कर सकता है
मान लीजिये आपको कुछ भी नहीं आता लेकिन आपके पास कंप्यूटर का पर्याप्त नॉलेज है तो आप किसी भी क्षेत्र में जॉब हासिल कर सकते है। क्यों की आज हर जगह पर कंप्यूटर का ही उपयोग होता है।
आज के टाइम में जैसे मोबाइल, टेलीविज़न,यह सब बहुत ही जरुरी संसाधन बन गए है वैसे ही कंप्यूटर ने भी इंसानी जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।
कंप्यूटर कैसे काम करता है?
देखा जाए तो कंप्यूटर का काम करनेका तरीका एकदम इंसान जैसा ही है जैसे की अगर हम इंसानो की बात करे तो अगर हमें कोई काम करना है
जैसे की कोई calculation करना है 10 + 10 कितने होते है तो हम इंसान पेन पेपर लेकर उसे पेपर पर सोल्वे करने बैठ जायेंगे 10 + 10 को जोड़ने के लिए सबसे पहले हमें यह गणित मालूम होना चाहिए की इसे कैसे जोड़ा जाता है
और इसका उत्तर क्या आएगा, जोड़ना, घटाना, हमें स्कूल में पढ़ाया जाता है और वह हमारे दिमाग में फिट हो जाता है
इसीलिए हमें वह जिंदगी भर याद रहता है। तो हम इस इनफार्मेशन को अपने दिमाग तक पहुंचाते है की 10 और 10 कितने होते, दिमाग यह इनफार्मेशन को प्रोसेस करता है
आपने भूतकाल में जो इसका प्रोसेस किया था उसके हिसाबसे यह प्रोसेस करता है और आपको बताता है की 10 और 10 का उत्तर 20 आएगा।
वैसे ही कंप्यूटर में हम जभी कोई इनफार्मेशन या फिर query इनपुट करते है तो वह उस query को प्रोसेस करके हमें उसका आउटपुट दिखाता है. कंप्यूटर में उसका दिमाग मतलब CPU को कहा गया है, क्योंकी CPU के अंदर ही सभी प्रकार के कम्पोनेंट्स लगे हुए रहते है जिसकी वजहसे वह प्रोसेसिंग कर पाता है।
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बना एक मशीन है इन दोनों में से अगर एक भी चीज नहीं है तो आपका कंप्यूटर काम नहीं कर पायेगा
वैसे ही जैसे एक इंसान बिना दिमाग के कुछ नहीं कर सकता वैसे ही कंप्यूटर के दिमाग उसका CPU है उसके बिना आप कंप्यूटर नहीं चला पाएंगे।
कम्प्यूटर के मुख्य हार्डवेयर पार्ट है कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, CPU, Motherboard, प्रोसेसर, RAM, हार्डडिस्क, अगर सॉफ्टवेयर की बात करे
तो ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे Win 11, Win 8 अगर आप अपने कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं डालेंगे तो आपका कंप्यूटर कुछ काम का नहीं है
ऑपरेटिंग सिस्टम डालने के बाद आप उसमे जो भी करना चाहते है वो सभी काम आप आसानीसे कर सकते है जैसे की Microsoft Office, Paint, Notepad, यह सब इसके सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से हम सारे काम कर पाते है।
कंप्यूटर कैसे चलाते हैं?
कम्प्यूटर चलाना बहुत ही आसान काम है उसके लिए आपको अपना कंप्यूटर assemble करना है केबल के जरिये,फिर आपको अपना पावर बटन on करके cpu का बटन दबा देना है अभी आपके सामने स्क्रीन डिस्प्ले होगी और आपका सिस्टम शुरू होजायेगा।
अभी आप जो भी काम करना चाहे जैसे की अगर आपको पेंट करना हो तो आपको जस्ट सर्च मेनू में जा कर पेंट टाइप करना है आपके सामने paint का सोफ्टवे ओपन होजायेगा।
वैसे ही अगर आपको प्रेजेंटेशन बनाना हो तो microsoft ऑफिस में जाकर माइक्रोसॉफ्ट powerpoint ओपन करना है आप इसमें जैसा चाहे वैसा प्रेजेंटेशन बना सकते है।
कंप्यूटर का इतिहास (जनरेशन)
कंप्यूटर के बारे मे जानने से पहले आपको इसके इतिहास के बारे मे जानना बहुत ही जरुरी है, और कंप्यूटर का इतिहास भी काफी दिलचस्प है। सबसे पहले हम जानते है की कंप्यूटर का इन्वेंशन किसने किया और कब किया।
अभी के कंप्यूटर में काफी उपग्रडेशन आगया है लेकिन अगर कंप्यूटर का शोध नहीं हो पाता तो यह उपग्रडेशन कुछ काम की नहीं थी। कंप्यूटर का जनक जिसे कहा जाता है उसका नाम है, Charles Babbage . जिन्होंने Analytical Engine 1837 में खोज की थी।
Charles Babbage की इस theory की वजहसे ALU, Basic Flow control और Integrated Memory की concept लागु किया गया था।
इस base पर आज के कंप्यूटर की स्थापना की गयी है। कंप्यूटर के जनरेशन को मुख्य 5 केटेगरी में विभाजित किया गया है, इन सभी जनरेशन के बारे में हम स्टेप by स्टेप्स जानेंगे।
First Generation: 1940 – 1956 Vacuum Tubes
First generation के कंप्यूटर में Vaccum tubes को circuitry और Magnetic Drum को memory के लिए इस्तमाल करते थे.
यह कंप्यूटर साइज में बहुत ही विशाल हुआ करते थे इन्हे एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता था।
क्योंकी इसमें लगे हुए हार्डवेयर का साइज काफी बड़ा रहता था। साइज में बड़े होने की वजहसे यह काफी हीट निर्माण करता था जिसकी वजहसे कम्प्यूटर मालफंक्शन करता था।
Second Generation 1956 – 1963 Transistors
सेकंड जनरेशन के कंप्यूटर ने वैक्यूम tubes की जगह ले ली थी, Transistors साइज में काफी छोटे थे, फ़ास्ट थे, कम एनर्जी का से चलते थे, और प्राइस में भी सस्ते थे।
फर्स्ट जनरेशन की तुलना में यह कम एनर्जी का Absorbe करते थे लेकिन इन में अभी भी हीटिंग issue solve नहीं हुआ था। सेकंड जनरेशन के कम्प्यूटर में कोडिंग करने के लिए COBOL और FORTRAN जैसी कम्प्यूटर लैंग्वेज का इस्तेमाल किया गया था।
Third Generation 1964 – 1971 Integrated Circuits
थर्ड जनरेशन के कंप्यूटर में इंटीग्रेटेड सर्किट्स का इस्तेमाल किया गया था, जिसमे ट्रांसिस्टर्स को छोटे छोटे पार्ट में सिलिकॉन चिप के अंदर फिट किया जाता था जिसे तकनिकी भाषा में सेमि कंडक्टर कहा जाता है।
जिसकी वजह से प्रोसेसर अधिक ज्यादा क्षमता से प्रोसेसिंग करता था। थर्ड जनरेशन के बाद कंप्यूटर में उपग्रडेशन शुरू हुआ
कंप्यूटर को यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए इनमे कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाने लगा। और यह कम्प्यूटर्स को मार्किट में पहली बार कस्टमर के सामने लांच किया गया।
Fourth Generation 1971 – 1985 Microprocessors
प्रोसेसर के साइज को कम से कम करने के लिए फोर्थ जनरेशन के कम्प्यूटर्स में microprocessors का इस्तेमाल किया गया, जिसमे हजारो Integrated Circuits को एक साथ सिलिकॉन चिप में फिट कर दिया गया था।
इससे कंप्यूटर और अधिक तेजीसे काम करने लग गए थे जिसकी वजहसे वह और अधिक काम बहुत ही कम समय में करने में सक्षम होगये थे।
Fifth Generation 1985 से अब तक Artificial Intelligence
फिफ्थ जनरेशन के कंप्यूटर को आर्टिफीसियल इंटेलीजेंस भी कहा जाता है, जिसमे सभी काम यंत्रो द्वारा ही किये जाते है जैसे की आपने ऐमज़ॉन में अलेक्सा, एप्पल में सीरी, गूगल assistance यह सभी AI है।
इनमे नयी नयी टेक्नोलॉजी जैसे की स्पीच Recognization, Parallel Processing, Quantum Calculation जैसे कई एडवांस टेक्नोलॉजी अस्तित्व में आने लगी है
जैसा की आपने कभी ध्यान से देखा होगा तो अगर आप गूगल पर कोई भी चीज के बारेमे सर्च करते है कोई वस्तु हो जैसे की शूज, मोबाइल, क्लोथ्स, आप जिस भी वस्तु को सर्च करेंगे आपको उस चीज की आटोमेटिक ऐड दिखने शुरू होजायेगी यह सब AI की वजहसे होता है।
साथ ही में अगर आप गूगल क्रोम चालू रख कर कुछ भी जिस भी विषय के बारे में बोलते है आपको वही विषय के रिलेटेड कॉन्टेंट गूगल आपको दिखने के शुरू करता है।
कंप्यूटर के प्रकार
आज कल मार्किट में आपको अलग अलग प्रकार के कंप्यूटर देखने के मिलते है पहले के ज़माने में सिर्फ डेस्कटॉप कंप्यूटर आते थे जिनको रखने के लिए आपको बड़ी जगह लगती थी
और अगर आपको उन कंप्यूटर को एक जगह से दूसरी जगह ले जान हो तो आपको पूरा कम्प्यूटर disassemble करना पड़ता थे
मतलब की उसकी सभी wire एंड केबल आपको निकालनी पड़ती थी लेकिन अभी ऐसा बिलकुल नहीं है इन सभी कम्प्यूटर्स की जगह लैपटॉप, टेबलेट, all इन one pc ने ले ली है। इन सभी कम्प्यूटर के प्रकारो की हम बात करेंगे।
1. Desktop
इस टाइप के कंप्यूटर कुछ इस प्रकार के होते है की इन्हे आपको टेबल या फिर कोई ऐसे जगह पर रखना पड़ता है जहा पर अच्छी स्पेस हो, क्यों की इसके साथ अन्य कम्प्यूटर उपकरण भी होते है जैसे की कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, cpu . डेस्कटॉप का use ज्यादा तर स्कूल कॉलेज, कॉर्पोरेट कंपनी यो में किया जाता है। अगर आप एक डिज़ाइनर है या फिर वीडियो एडिटर है तो आपको हाई confuguration वाले डेस्कटॉप की जरुरत पड़ सकती है।
2. Laptop
लैपटॉप के बारेमे तो आप सभी जानते ही होंगे यह साइज में छोटे होते है इसमें कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, बैटरी सब कुछ एक ही मशीन में दिया हुआ होता है इसे आप कभी भी कही भी लेकर जासकते है। लैपटॉप को आप एक बार चार्ज करने पर आप इसे विथाउट पावर सप्लाई के 3 घंटे तक चला सकते है।
3. All In One PC
यह कम्प्यूटर डेस्कटॉप के जैसे ही होते है लेकिन इनमे cpu मॉनिटर के अंदर ही फिट करके दिया जाता है हालांकि यह वजन में थोड़े भारी होते है लेकिन यह बिलकुल वायरलेस होते है इनमे सिर्फ एक पावर केबल लगता है कीबोर्ड और माउस सबकुछ वायरलेस काम करता है। कहा जाये तो प्लग एंड प्ले होते है।
4. Tablet
टेबलेट साइज में देखा जाये तो 7-8 या फिर उससे ज्यादा भी होते है, इन कंप्यूटर को आप हाथ में आसानीसे पकड़ सकते है, इनमे कीबोर्ड माउस दिया हुआ नहीं होता लेकिन अगर आप चाहे तो इसमें कीबोर्ड माउस attach करके use कर सकते है।
5. Servers
हम जभी भी इंटरनेट के द्वारा कोई इनफार्मेशन गूगल पर या फिर कोई अन्य सर्च इंजन पर ढूंढ़ते है तो वह इनफार्मेशन server पर जा कर ढूंढ कर आपको उसके बारेमे डिटेल उपलब्ध करवाती है, सर्वर का उपयोग इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
अन्य प्रकार के कंप्यूटर
इसके साथ कुछ अन्य प्रकर के भी कंप्यूटर भी मार्किट में अवेलेबल है जैसे की मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, गेमिंग कंसोल,स्मार्ट टेलीविज़न इत्यादि। यह सब पोर्टेबल डिवाइस है जिसे आप कही पर भी लेके जासकते है और यह chargable होते है।
कंप्यूटर की विशेषताएं
हर मशीन की अपनी विशेषताएं होती है उसी प्रकार कंप्यूटर की भी विशेषताएं भी है जो इस प्रकार हैं
स्पीड / Multitasking
हम कोई भी काम करते है उसे करने में हमें समय लगता है, लेकिन कंप्यूटर में अगर आप कोई भी काम करते है तो आपको बिलकुल भी समय नहीं लगता
अगर आप कोई डॉक्यूमेंट बना रहे है कोई प्रेजेंटेशन बना रहे है उसके बीच मे अगर आपको किसी का मेल आ जाता है, या फिर वीडियो कालिंग करनी होती है,
आप ब्राउज़र में एक से अधिक tab ओपन करते है इन सभी कार्यो के प्रोसेस करने के बाद भी आपका कंप्यूटर बड़े ही तेजीसे काम करता है।
Accuracy
अगर कोई इंसान को आप दस काम एक साथ दे दे तो वह शायद सभी कामो को करने में गलती कर सकता है लेकिन कंप्यूटर को आप एक साथ जितने भी काम दे वह कभी गलती नहीं करेगा.
उसका सिर्फ एक ही कारन होसकता है की अगर यूजर गलत डाटा इनपुट करता है तो आपको गलत आउटपुट मिल सकता है। कंप्यूटर खुदसे कभी गलती नहीं कर सकता।
Versatility
कम्प्यूटर अपनी versatility के कारन पूरी दुनिया में अपना वर्चस्व कायम करने में सफल हुआ है जैसा की आप सभी जानते है की कंप्यूटर हर एक क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाता है
एजुकेशन क्षेत्र में, व्यवसायिक क्षेत्र में, ट्रासंपोर्ट फील्ड में, बैंक, रेलवे, एयरपोर्ट, कॉर्पोरेट ऑफिस इन सभी जगह पर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।
High Storage Capacity
कंप्यूटर में लाखो GB तक का डाटा स्टोर करके रख सकते है जैसे की वीडियो गेम्स, मूवीज, पिक्चर, फोटोज, डाक्यूमेंट्स इत्यादि सभी प्रकार का डाटा हम स्टोर करके कई सालो तक रख सकते है
और इसे एक स्थान से दूसरी स्थान पर आसानीसे ले कर जा सकते है। अगर आप कोई अन्य देश में बैठे है और आप घर पर बैठे बैठे कोई अन्य स्थान से अपना डाटा एक्सेस कर सकते है।
Diligence
कंप्यूटर इस बाबत में बहुत ही डिलिजेंस होते है हम इंसान अगर कोई कार्य लगातार कई घंटो तक करते है तो हम थक जाते है लेकिन कंप्यूटर में ऐसा कुछ नहीं है
आप कंप्यूटर से चाहे कितना भी काम करवा लो वह कभी नहीं थकता, कंप्यूटर लगातार कई घंटो तक कई दिनों तक काम कर सकता है।
याद रखने की क्षमता
हम इंसान अपने जीवन के कार्यकाल दरम्यान ऐसी कितनी बातो को भूल जाते है लेकिन कंप्यूटर में अपने कोई एक कार्य करते है तो वह सालो तक याद रख सकता है,
क्योंकी वह कार्य उसके मेमोरी में स्टोर होजाता है। इसीलिए आज कंप्यूटर की popularity दुनिया में इतनी ज्यादा है।
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
कम्प्यूटर मशीन एक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बना हुआ यंत्र है, आसान शब्दों में कहा जाये तो हार्डवेयर उन पार्ट्स को कहते है जिन्हे हम physically टच कर सकते है
जैसे की हम जो भी कार्य करते है उसे देखने के लिए हमें स्क्रीन की जरुरत होती है जिसे मॉनिटर कहते है वह एक हार्डवेयर पार्ट है,
उसके बाद कीबोर्ड एंड माउस जिससे हमें कंप्यूटर को सुचना या आदेश देते है हमारा कोई भी काम करने के लिए जिसका आउटपुट वह हमें मोनोटिर के स्क्रीन पर दिखाता है. इसी के साथ CPU, Scanner, Monitor, Motherboard, हार्ड ड्राइव, RAM, जैसे पार्ट्स भी हार्डवेयर के केटेगरी में आते है।
सॉफ्टवेयर को अगर आसान भाषा में समजे तो जिन पार्ट्स को हम फिजिकली टच नहीं कर सकते जैसे की कम्प्यूटर को चलाने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम की जरुरत होती है तो वह एक सॉफ्टवेयर है.
गूगल chrome जिस पर हम इंटरनेट ब्राउज़िंग करते है वह एक सॉफ्टवेयर है। ऐसे पार्ट को हम टच नहीं कर सकते है सिर्फ उन्हें use कर सकते है।
कंप्यूटर के मुख्य पार्ट्स
जिस तरह मनुष्य का शरीर अलग अलग भागों से मिलकर बना है उसी तरह कंप्यूटर के भी बहुत तरह के भाग होते हैं जिनसे मिलकर वो बना होता है
Motherboard
Motherboard कम्प्यूटर का सबसे मुख्य पार्ट होता है जिसमे सारे कम्पोनेंट्स फिट किये होते है, यह एक ऐसा बोर्ड है जिसमे प्रोसेसर लगाया जाता है, ram लगायी जाती है, हार्ड ड्राइव लगायी जाती है,
ऑप्टिकल ड्राइव, ग्राफ़िक्स कार्ड, ऑडियो कनेक्टर्स, पावर सप्लाई कनेक्शन ऐसे सभी पार्ट्स motherboard से जुड़े हुए रहते है,जिसकी वजहसे कंप्यूटर काम करता है, अगर इनमे से कोई भी पार्ट मिसिंग है तो आपका कम्प्यूटर चल नहीं पायेगा।
CPU / Processor
Cpu जिसे सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कहा जाता है देखा जाये तो इसे कम्प्यूटर का दिमाग कहा जाता है यह कम्प्यूटर की जान होती है अगर आपके कम्प्यूटर में प्रोसेसर नहीं है तो आपका कम्प्यूटर कोई काम का नहीं है। आप जो भी काम करते है वह सारे काम प्रोसेसर की मदद से किये जाते है।
RAM
RAM का फुल फॉर्म रैंडम एक्सेस मेमोरी होता है, इसका उपयोग शार्ट टर्म मेमोरी को स्टोर करने के लिए होता है, जब कम्प्यूटर में हम कोई भी काम करते है तो, या कम्प्यूटर कोई भी प्रकार का कैलकुलेशन करता है तो उसे शार्ट टाइम के लिए रैंडम एक्सेस मेमोरी में स्टोर करता है।
Hard Drive
कोई भी प्रकर का डाटा सेव करने के लिए हार्ड ड्राइव का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे की सॉफ्टवेयर, वीडियो, फोटो, डाक्यूमेंट्स इत्यादि।
Power Supply Unit
पावर सप्लाई यूनिट कम्प्यूटर का मैन हिस्सा है, क्यों की कोई भी मशीन चलाने के लिए पावर की जरुरत होती है वैसे ही कम्प्यूटर को चलाने के लिए पावर सप्लाई की जरुरत होती है। पावर सप्लाई का काम motherboard के सारे कम्पोनेंट्स को पावर सप्लाई करना होता है।
Expansion Card
अगर भविष्य में आपको अपने कम्प्यूटर में ग्राफ़िक्स कार्ड डालना हो तो उसके लिए PCI स्लॉट motherboard में दिया हुआ रहता है। जिसे एक्सपेंशन कार्ड कहा जाता है। और इस स्लॉट को Peripheral Components Interconnect शार्ट में PCI कहा जाता है।
कंप्यूटर के लाभ
कम्प्यूटर की बात करे तो लाभ ही लाभ है, कम्प्यूटर ने इंसानो की जीवन को बोहोत सरल बना दिया है जैसे की हमने कम्यूटर के उपयोग के बारेमे बताया की आज हर जगह कम्प्यूटर का उपयोग किया जा रहा है
ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहा पर कम्प्यूटर का इस्तेमाल किया ना जाता हो।जैसे की एजुकेशन फील्ड, एंटरटेनमेंट फील्ड, स्पोर्ट फील्ड, बिज़नेस फील्ड, science फील्ड।
कम्प्यूटर से आज हम घर बैठे बैठे काम कर सकते है, टिकट बुक कर सकते है, बिज़नेस कर सकते है.
- कंप्यूटर में आप हजार TB तक का डाटा सेव कर सकते है।
- कम्प्यूटर के मल्टीटास्किंग फीचर्स से आप एक साथ कई प्रकार के काम कर सकते है।
- कम्प्यूटर में अगर आप एक बार कोई फाइल या डॉक्यूमेंट सेव कर देते है तो वह लाइफटाइम तक उसे बचा के रखेगा।
- कम्प्यूटर आपको एक्यूरेट और फुल एक्यूरेसी के साथ रिजल्ट प्रदान करता है।
- काम करने के मामले में कम्प्यूटर की स्पीड इंसान की स्पीड से ज्यादा होती है।
कंप्यूटर के हानि
हर मशीन के फायदे भी होते हैं और नुकसान भी. उसी तरह कंप्यूटर के भी कुछ नुकसान होते हैं जो आपके साथ हमने शेयर किए हैं:
- जैसा की आपको पता है की कम्प्यूटर को coding करके बनाया गया है तो अगर इस coding के जरिये बनाया गया है तो इसे coding के जरिये hack भी किया जासकता है.
- अगर हम कोई भी ऑनलाइन एक्टिविटी करते है तो इंटरनेट वर्ल्ड में कई सारे हैकर डेली नए नए virus कोई भी सॉफ्टवेयर के जरिये, ईमेल के जरिये, कोई लिंक के जरिये भेजते रहते है और अगर आप ऐसे कोई लिंक पर क्लिक करते है तो आपका कम्प्यूटर हैक होने के चान्सेस होते है।
- कम्प्यूटर में फीलिंग नहीं होती है user जो भी इनफार्मेशन या ऑर्डरकम्प्यूटर को देता है वह उसे फॉलो करता है वो इनफार्मेशन गलत है या सही यह कम्प्यूटर को पता नहीं होता उसका काम है सिर्फ आपके आर्डर को फॉलो करना और उसका रिजल्ट आपको देना।
- अगर आप अपना कम्प्यूटर बिना पासवर्ड के रखते है तो आपका डाटा कोई भी चोरी कर सकता है।
- कम्प्यूटर में इंसान की तरह सोचने समझने की ताकत नहीं होती।
कंप्यूटर का भविष्य
जब कम्प्यूटर का शोध हुआ था तब इनका आकर बहुत ही बड़ा था लेकिन आज के टाइम में यह हमारे हाथ में समां जाते है, लेकिन भविष्य की अगर बात करे
तो अभी scientist Scientists Optical computer, DNA Computer, Neural Computer और Quantum Computer पर ज्यादा रिसर्च कर रहे है। यह कम्प्यूटर ऐसे होंगे की ये सीधे हमारे दिमाग से जोड़ दिए जायेंगे और हम जो भी सोचेंगे यह कम्प्यूटर्स वह प्रोसेस करेंगे।
कम्प्यूटर में करियर
अगर आप कम्प्यूटर में करियर बनाना चाहते है तो यह आपके लिए बढ़िया Opportunity है जिन्हें आप चुनकर एक स्किल्ड पर्सन बन सकते हैं और बहुत अच्छा कमा सकते हैं:
- वेबसाइट डिजाइनिंग
- एंड्राइड एप्लीकेशन डेवलपर
- एनीमेशन मेकर
- YouTuber
- Blogger
- सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग
- वीडियो एडिटर
Conclusion
इस पोस्ट में कम्प्यूटर के बारे मे वो हर एक चीज की जानकारी दी हुई है जैसे की कम्प्यूटर क्या है, कम्प्यूटर का इतिहास, आप कम्प्यूटर में कैसे करियर बना सकते है.
अगर आप कम्प्यूटर के बारे मे थोड़ा भी नहीं जानते तो इस आर्टिकल को पढ़ कर आप वो सभी जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे
अगर आप कम्प्यूटर फील्ड में नए है तो इस आर्टिकल को पढ़ के समज के किसी को भी इसके बारे मे जानकारी शेयर कर सकते है और खुद भी इस से सिख सकते है।
FAQs
Q1: कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
Ans: सभी को ऐसा लगता है की कम्प्यूटर सिर्फ एक वर्ड है लेकिन बोहोत लोगो यह पता नाहि है की कम्प्यूटर एक बड़ा सा फुल फॉर्म का शार्ट फ्रॉम है जो की है Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च)
Q2: कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
Ans: कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage ने किया था
Q3: भारत में पहली बार कंप्यूटर कब आया?
Ans: भारत में पहली बार कम्प्यूटर 1952 में Dwijish Dutta द्वारा कोलकत्ता में लाया गया था।